मैंने अब तक यही माना अच्छा है मैंने दुनिया को नहीं जाना अच्छा है इक धुंधली - सी तस्वीर कहती है गमे - दुनिया से गमे - जा'ना अच्छा है (गमे-जा'ना -- प्रेमिका का गम) जिसके ख्याल से आतीं हों रौनकें उसका फिर याद आना अच्छा है ह
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